Rula Kar Usne Mujhse Kaha
रुला कर उसने मुझसे कहा, अब मुस्कुराओ.. मैं हँस पड़ी क्योंकि सवाल, हँसी का नहीं उसकी ख़ुशी का था…
रुला कर उसने मुझसे कहा, अब मुस्कुराओ.. मैं हँस पड़ी क्योंकि सवाल, हँसी का नहीं उसकी ख़ुशी का था…
प्यार जिंदगी को सजाने के लिए है, जिंदगी दर्द को बढाने के लिए है, काश कोई तो पढ पाता मेरी उदासी को, ये हँसता हुआ चेहरा तो सिर्फ दिखने के लिए है…
आँसुओ को पलकों तक लाया न करो, दिल की बात किसी को बताया न करो, लोग तो मुट्ठी में नमक लिए फिरते है, अपने जख्म किसी को दिखाया ना करो…
दिल में हसरतो को दबा कर जीते हे, अपने गम को दुनिया से छुपाकर जीते है, क्या लूटेगा ज़माना खुशियो को हमारी, हम खुशियाँ दूसरों पर लुटा कर जीते है…