Kya Hai Pita
कभी हँसी तो कभी अनुशासन है पिता, कभी मौन तो कभी भाषण है पिता, माँ अगर घर में रसोई है, तो चलता है जिससे घर वो राशन है पिता…
कभी हँसी तो कभी अनुशासन है पिता, कभी मौन तो कभी भाषण है पिता, माँ अगर घर में रसोई है, तो चलता है जिससे घर वो राशन है पिता…
उंगली पकड़ कर चलना सिखाया हमको, अपनी नींद भुलाकर चैन से सुलाया हमको, अपने आँसू छुपाके हसाया हमको, कोई दुःख न देना ऐ खुदा उनको, ले लेना जान जो कभी रुलाया उनको..!!
माँ बाप का दिल जीत लो कामयाब हो जाओगे, वरना सारी दुनिया जीतकर भी हार जाओगे…
जिंदगी मे दो लोगों का खयाल रखना बहुत जरुरी है, पिता जिसने तुम्हारी जीत के लिए सब कुछ हारा हो, दूसरा माँ जिसको तुमने हर दुःख मे पुकारा हो…