Insaan Agar Naram Ho Jaye To

लोहा नरम होकर,
औजार बन जाता है!
सोना नरम होकर,
जेवर बन जाता है!
मिटटी नरम होकर,
खेत बन जाती है!
आटा नरम होता है तो,
रोटी बन जाती है!
ठीक इसी तरह अगर,
इंसान भी नरम हो जाये,
तो लोगो के दिलों में,
अपनी जगह बना लेता है…!

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.